
IAS रवि सिहाग आरक्षण मामले में फंसे, सरकार ने जांच कमेटी बनाई
- EWS आरक्षण में धांधली का आरोप
RNE Network.
राजस्थान के हनुमानगढ़ निवासी और मध्यप्रदेश काडर में तैनात IAS ऑफिसर रवि सिहाग की मुश्किलें बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने रवि के EWS सर्टिफिकेट की जांच के लिए राजस्थान के मुख्य सचिव से जानकरी मांगी है। जानकारी के अनुसार DOPT ने 11 IAS, 2 IPS, 1 IFS और 1 IRS अधिकारी पर कमेटी बैठाई है जो इनके प्रमाण पत्रों की जांच करेगी।
कैसे हुआ शक, क्यों बैठी जांच :
IAS रवि सिहाग UPSC का एग्जाम 2018, 2019 और 2021तीन बार क्लियर कर चुके है और 2020 में उनका एग्जाम क्लियर नहीं हुआ। 2018, 2019,2020 में रवि ने EWS कोटे से एग्जाम नहीं दिया था और उन्हें प्रॉपर IAS नहीं मिला लेकिन वर्ष 2021 का एग्जाम उन्होंने EWS कोटे से दिया और उनका चयन 18 वीं रैंक के साथ प्रॉपर IAS के रूप में हो गया ।
गौरतलब है कि रवि सोशल मीडिया में भी फेम में रहते है जानकारी के अनुसार कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाया कि रवि के माता-पिता के पास पर्याप्त सम्पति है और रवि ने EWS सर्टिफिकेट बनवाने के लिए लूप होल का उपयोग करते हुए अपनी जमीन रिश्तेदारों को गिफ्ट में दे दी है इससे रवि EWS के लिए योग्य हो गए। इसी के चलते सरकार ने एक्शन लेते हुए जांच कमेटी का गठन जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार रवि ने भी यह माना है कि उनके ऊपर जांच कमेटी का गठन किया गया और जल्द ही रिपोर्ट आने पर सच का पता चल जाएगा।